शिक्षा है अनमोल रतन

 कोरोनावायरस के कारण हमारा विद्यालय लगभग डेढ़ साल से बंद है, देश के विकास में शिक्षक की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है । शिक्षक किसी देश का भविष्य का निर्माण करता है ।विद्यालय बंद होने के कारण बच्चों का भविष्य अंधकार में हो गया है । हमारे जनपद मेंऑनलाइन क्लास सफल नहीं है ।

आवश्यक है कि बच्चों का भविष्य संवारने के लिए विद्यालय को कुछ नियमों के तहत विद्यालय खोलने की।अब अभिभावकों को जागरूक होने की आवश्यकता है अन्यथा आने वाला कल उनके बच्चों केभविष्य के  लिये बहुत दुखदाई होगा। हमे इसी महामारी में बच्चों को पढ़ाना व पढने की कला सीखनी होगी । बच्चे हमारे भविष्य है और भविष्य से  खिलवाड़ ठीक नही होता है।

यह महामारी है ,बीमारी नही जो एक हप्ते में ठीक हो जाएगी । महामारी कब तक चलेगी इसका कोई निश्चित तारीख नही है ।अतः बच्चों की भविष्य के लिए पढ़ने और पढ़ाने की कला सीखना ही पड़ेगा। अब अभिभावक सरकार से स्कूल खोलने की मांग करें।

धन्यवाद।

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